बरेली, संवादपत्र । इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) और बरेली इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के रोहिलखंड कैंसर इंस्टीट्यूट की ओर से जाट रेजिमेंट सेंटर में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन हुआ, जिसमें 100 महिलाओं की स्क्रीनिंग की गई। यह शिविर आर्मी वाइफ्स वेलफेयर एसोसिएशन की महिलाओं के लिए आयोजित किया गया।
शिविर से पूर्व कैंसर की रोकथाम और पहचान के विषय पर बरेली इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के रोहिलखंड कैंसर इंस्टीट्यूट के वरिष्ठ कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. अर्जुन अग्रवाल और रेडिएशन ऑनकोलॉजिस्ट डॉ. सिद्दार्थ ने व्याख्यान में बताया कि कैंसर अब लाइलाज नहीं है। जरूरत है कि इसको सही समय पर पहचानने की। कहा कि महिलाओं में स्तन और गर्भाशय से संबंधित कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि शिविर में 30 ऐसी महिलाओं को चिह्नित किया है, जिनकी मैमोग्राफी और पेप स्मीयर किया जाएगा। यदि जांच रिपोर्ट में बीमारी की पुष्टि होती है तो इलाज में भी सहायता की जाएगी।
डॉ. राजीव गोयल ने आर्मी वाइफ्स वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष ब्रिगेडियर एंड कमांडेंट मनीष कुकरेती की पत्नी संगीता कुकरेती और लेफ्टिनेंट कर्नल प्रशांत पॉल की सराहना करते हुए इसे अच्छी पहल बताया। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक स्थिति में स्तन कैंसर का भी इलाज संभव है। शिविर में जिन मरीजों में कैंसर के लक्षण मिले हैं, उनका मैमोग्राफी और पेप स्मीयर शुल्क करीब 5000 रुपये है, इसको आईएमए की ओर से निशुल्क कराया जाएगा।
आईएमए के कम्युनिटी सर्विस चेयरमैन डॉ. एसपी अग्रवाल ने कहा कि शराब, सिगरेट का सेवन न करने से 30 फीसदी तक कैंसर से बचाव होता है। आईएमए की उपाध्यक्ष डॉ. राजकुमारी मित्तल ने बताया कि महिलाओं में एनीमिया का प्रमुख कारण अतिरिक्त माहवारी और खानपान की कमी है। इलाज के साथ खानपान का ध्यान रखने से इससे बचा जा सकता है।
अंत में संगीता कुकरेती ने डॉ. अर्जुन अग्रवाल, डॉ. सिद्धार्थ अग्रवाल, डॉ. सुभांगी तिवारी, डॉ. अदिती राय, डॉ. दर्शना गुप्ता समेत आईएमए के सभी चिकित्सकों का आभार जताते हुए प्रमाणपत्र देकर उन्हें सम्मानित किया।