बरेली, संवादपत्र । एक तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रहे हैं तो दूसरी तरफ सरकारी विभागों के कर्मचारी घूसघोरी की आदत से बाज आने को तैयार नहीं। ताजा मामला बरेली जिले का है, जहां भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कार्यालय में तैनात सहायक वैज्ञानिक को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
दरअसल किला थाना क्षेत्र के हुसैन बाग में रहने वाले शब्बीर अहमद अपने अस्पताल के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) हासिल करने क्षेत्रीय कार्यालय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बरेली पहुंचे थे। मगर यहां सहायक वैज्ञानिक के पद पर तैनात विपिन कर्णपाल निवासी एकता नगर ने शब्बीर से एनओसी देने के नाम पर 20 हजार रुपये की रिश्ववत मांगी। जिसके बाद उन्होंने एसीबी से पूरे मामले की शिकायत की। सोमवार को एंटी करप्शन की टीम ने जाल बिछाया। आरोपी के कार्यालय में ही टीम ने उसे रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। भ्रष्टाचार निवारण संगठन बरेली के उपाधीक्षक यशपाल सिंह ने बताया कि आरोपी सहायक वैज्ञानिक के खिलाफ थाना इज्जतनगर में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।