बरेली संवादपत्र । बरेली आर्थोपेडिक एसोसिएशन ने एक होटल में वर्कशॉप में अपने सदस्यों और उनके परिवार वालों को सीपीआर की विधि बताई। बरेली आर्थोपेडिक एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. विनोद पागरानी ने बताया कि वर्कशॉप में चिकित्सकों की पत्नियों को बताया गया कि इमरजेंसी में वह किस तरह से विधि का इस्तेमाल करेंगी। कई बार ऐसा देखा गया है कि सीपीआर करके कई मरीजों की जान बचाई गई है। हाल ही में दिल्ली एयरपोर्ट पर भी डाक्टरों ने एक व्यक्ति की जान बचाई थी। वर्कशॉप में इंडियन सोसाइटी ऑफ एनेस्थेसियोलॉजी बरेली का विशेष सहयोग रहा।
वर्कशॉप में कॉर्डिनेटर डॉ. आर के भास्कर, इंडियन सोसाइटी ऑफ एनेस्थेसियोलॉजी के उपाध्यक्ष डॉ. रतन पाल सिंह, साइंटिफिक चेयरमैन ऋतु राजीव, आईएएस के अध्यक्ष डॉ. आशु हिरानी, सचिव डॉ. ऋचा चन्द्रा, कोषाध्यक्ष डॉ. खलीक अंसारी, बीओए के सचिव डॉ. आलोक शर्मा, जॉइंट सचिव डॉ. आर पी सिंह, डॉ. प्रवीन अग्रवाल, डॉ. प्रमेन्द्र माहेश्वरी, डॉ. सत्येंद्र सिंह, बरेली इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के रोहिलखंड मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के वरिष्ठ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. वरुण अग्रवाल, डॉ. वी के खेतान, डॉ. एस के कौशिक, डॉ. उत्कल गुप्ता, डॉ. मनोज हिरानी, डॉ. रवि मेहरा, डॉ. आरजी शर्मा, डॉ. रविन्द्र सिंह, डॉ. सुमित मेहरा, डॉ. नीरव आनंद सिंह आदि उपस्थित रहे।