देहरादून, संवादपत्र । गुप्ता बंधु 500 करोड़ में धामी सरकार को गिराने की जुगत में लगे थे…यह कहना है निर्दलीय विधायक उमेश कुमार का। उमेश कुमार ने गैरसैंण में कहा कि गुप्ता ब्रदर्स 500 करोड़ में धामी सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे थे। मानसून सत्र के दूसरे दिन उन्होंने सदन में कहा कि गुप्ता बंधु उत्तराखंड में नियमों को ताक पर रखकर अपने व्यवसाय को लगातार बढ़ा रहे थे। गुप्ता बंधु सरकार को गिराने कि कोशिश में थे।
इसके लिए वो 500 करोड़ रुपये तक खर्च करने को तैयार थे। पूर्व सरकारों पर आरोप लगाते हुए कहा कि साल 2016 और 2020 तक राज्य सरकार सहारनपुर के चर्चित व्यवसायी गुप्ता बंधुओं पर खासी मेहरबान थी। और इसी के चलते उन्हें राज्य में वाई और फिर जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई।
विधायक ने सवाल उठाया कि दुनिया के कई देशों में ब्लैकलिस्ट की जा चुकी सारा कंप्यूटर इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड कंपनी की सब्सिडरी कंपनियां हेरिटेज एविएशन और दून लॉज एंड हॉस्पिटैलिटी लिमिटेड गठित कर उत्तराखंड में कैसे उन्हें कारोबार करने की छूट दी गई। उमेश कुमार ने सीबीआई जांच करवाने की मांग रखी।
कहा कि पृथक राज्य बनते ही भ्रष्टाचार ने उत्तराखंड को पोलियो ग्रस्त कर दिया। एक के बाद एक कई सरकारें आईं लेकिन भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लग पाया। ऐसे में बाहरी राज्यों के माफिया और व्यवसायी यहां खूब फलने-फूलने लगे। विधायक ने कहा गुप्ता बंधुओं के साथ किन राजनेताओं के संबंध हैं और वह कैसे यहां कारोबार को बढ़ा रहे हैं इसकी ईडी और सीबीआई जांच जानी चाहिए।
बहरहाल विधायक उमेश कुमार के इस खुलासे के बाद सत्ता के गलियारों में यह चर्चा भी आम हो गयी है कि क्या उमेश कुमार के गुप्ता बंधुओं से सम्बंध रहे हैं।