बीएसए ने पांच ब्लाकों के खंड शिक्षा अधिकारियों से तलब की रिपोर्ट
गोंडा, संवाद पत्र। जिले के 11 परिषदीय स्कूलों में मिड डे मील योजना में लापरवाही सामने आई है। आईवीआरएस प्रणाली से ली गयी रिपोर्ट में जिले के 11 स्कूल ऐसे हैं जहां मिड डे मील नहीं बन रहा है। ऐसे में यहां पढ़ने वाले 1166 बच्चों को स्कूल से भूखे पेट लौटना पड़ रहा है। इस पर नाराजगी जताते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने नगर क्षेत्र समेत झंझरी, नवाबगंज, परसपुर व तरबगंज के खंड शिक्षा अधिकारी से रिपोर्ट तलब की है। बीएसए ने बताया कि प्रकरण गंभीर है। कार्रवाई के लिए रिपोर्ट तलब की गयी है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिये मिड डे मील योजना संचालित है। इसके लिए बाकायदा मेन्यू भी तय है कि किस दिन कौन सा आहार बच्चों को दिया जायेगा। प्रतिदिन आईवीआरएस प्रणाली से इसकी निगरानी की जाती है। बावजूद इसके जिले के कई स्कूलों में मिड डे मील मिलने बनने में लापरवाही सामने आई है। आईवीआरएस प्रणाली की रिपोर्ट के मुताबिक तरबगंज के पूर्व माध्यमिक विद्यालय गौहानी में एक अगस्त से 10 के बीच सात दिन तक मिड डे मील नहीं बना। इससे यहां पंजीकृत 122 बच्चों को भूखे पेट स्कूल से लौटना पड़ा। झंझरी ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय मधवापुर राय में भी 6 दिन से मिड डे मील नहीं बन रहा है। परसपुर के तुलसी स्मारक इंटर कॉलेज में कक्षा 6 से आठ तक की कक्षाओं में नामांकित 35 बच्चों को 4 दिन से भोजन नहीं मिला।
नवाबगंज के पूर्व माध्यमिक विद्यालय सराय खत्री में भी चार दिन से भोजन नहीं बना। इसी तरह नगर क्षेत्र के राजकीय इंटर कॉलेज, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, शहीदे आजम सरदार भगत सिंह इंटर कॉलेज, परसपुर के प्राथमिक विद्यालय धनुही, ढोंगवा व पूरे माध्यमिक विद्यालय पांडेयपुरवा में तीन दिन तक मिड डे मील नहीं बनाया गया। इस लापरवाही के कारण 1166 बच्चों को स्कूलों से भूखे पेट वापस लौटना पड़ा। इस पर नाराजगी जताते हुए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल तिवारी ने नगर क्षेत्र समेत झंझरी, नवाबगंज, परसपुर व तरबगंज के खंड शिक्षा अधिकारी से रिपोर्ट तलब की है।