मनकापुर/गोंडा, संवादपत्र । 18 जुलाई को झिलाही मोतीगंज के बीच पिकौरा गांव के पास हुई ट्रेन दुर्घटना में देवदूत बनकर यात्रियों की जान बचाने वाले 52 मददगारों को जिला प्रशासन ने शनिवार को प्रशस्ति पत्र व नकद धनराशि देकर सम्मानित किया। प्रशासनिक अफसरों से दुलार पाकर ग्रामीण गदगद हो गए।
18 जुलाई को दिन में 2:40 बजे पिकौरा गांव के पास चंडीगढ-डिब्रूगढ एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। जिसमे चार यात्रियों की मौत हो गयी थी जबकि 34 अन्य घायल हुए थे। हादसे के बाद सबसे पहले आसपास के गांव के लोग मौके पर पहुंचे थे और राहत व बचाव कार्य करते हुए कई यात्रियों की जान बचाई थी। ग्रामीणों ने कई घायल यात्रियों को चारपाई पर लादकर अस्पताल पहुंचाया था।
हादसे में घायल हुए रेलवे टीटीई आशीष कुमार समेत कई अन्य यात्रियों ने ग्रामीणों के तत्परता और उनकी इमानदारी की तारीफ की थी। शनिवार को इन सभी मददगारों को जिला प्रशासन ने कार्यक्रम का आयोजन कर सम्मानित किया। पिकौरा गांव में आयोजित इस सम्मान समारोह में देवी पाटन मंडल आयुक्त शशि भूषण लाल सुशील, डीएम नेहा शर्मा, एसपी विनीत जायसवाल, सीडीओ एम अरुन्मौली व अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी मनोज कुमार रावत समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
अफसरों ने राहत और बचाव कार्य करने वाले राकेश, सोने, मेवा लाल, सरिता, भरत सिंह, मधू, काजल, नेहा, सतीशचंद, मिश्र, दुर्गा प्रसाद पान्डेय, दिनेश कुमार पान्डेय, केदार नाथ, दीपक मिश्रा, जगदम्बा पान्डेय, दरोगा पान्डेय, हरीश शुक्ला सहित 52 लोगों को प्रशस्ति पत्र व नकद धनराशि देकर सम्मानित किया। इस मौके ब्लॉक प्रमुख जगदेव चौधरी, ग्राम प्रधान लक्ष्मी देवी, तहसीलदार सत्यपाल सिंह, नायब तहसीलदार अनु सिंह, बीडीओ गौरीशा, सीओ आरके सिंह, कोतवाल संतोष कुमार मिश्र, थानाध्यक्ष मोतीगंज प्रतिभा सिंह, एपीओ अमित राव आदि तमाम अधिकारी मौजूद रहे।
DM नेहा शर्मा के पिता की तरफ से दी गयी थी सहयोग धनराशि
इस सम्मान समारोह के आयोजन की जानकारी देते हुए जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि जिस दिन हादसा हुआ उस दिन उनके पिता आरके शर्मा भी घटनास्थल पर गए थे। उन्होंने गांव के लोगों के तत्परता की तारीफ की थी और डीएम से सभी को सम्मानित करने के लिए कहा था। उन्होंने सम्मान धनराशि भी अपनी तरफ से उपलब्ध करायी थी। पिता के निर्देश पर डीएम ने शनिवार को 52 मददगारों को सम्मानित किया।