खटीमा, संवादपत्र । सुतलीमठ रेंज में बतौर दैनिक वेतनभोगी वनकर्मी प्रमोद पुजारा पिछले 15 वर्षों से जन जोखिम में डाल कर जंगलों में काम करता आ रहा है। पिछले चार वर्षों से सांपों को रेस्क्यू करने का भी काम कर रहा है। शुक्रवार को पुजारा ने गिद्धौर गांव में एक सांप का रेस्क्यू किया जो दुर्लभ प्रजाति का बताया जा रहा है।
ठेरा गिद्धौर निवासी रमेश चंद्र भट्ट के घर में सांप की सूचना पर सुतलीमठ रेंज में दैनिक वेतनभोगी के रूप में तैनात प्रमोद पुजारा वहां पहुंचा और सांप का रेस्क्यू किया और उसे जंगल में छोड़ दिया गया। पुजारा ने बताया कि यह लाल रंग का सांप दुर्लभ प्रजाति का है जिसे सामान्य भाषा में लाल मूंगा कहा जाता है और रात्रि में ही नजर आता है।
खटीमा वन विभाग की उपप्रभागीय वनाधिकारी संचिता वर्मा ने पुष्टि करते हुए कहा कि यह लाल मूंगा कुकरी सांप है जो कि दुर्लभ प्रजाति का है।