कासगंज, संवादपत्र । बिजली का मीटर स्मार्ट होगा और हम कुछ इस तरह की व्यवस्था बनाएंगे कि बिजली का बिल भी कम आएगा। इस तरह का झांसा जालसाजों ने ग्रामीणों को दिया। ढोलना क्षेत्र के गांव नगला केहर में ग्रामीणों से ठगी करने का प्रयास रहे थे। जब यह सभी संदिग्ध दिखाई दिए तो ग्रामीणों ने इन्हें पकड़ लिया और बिजली विभाग के साथ ही पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने इन सभी से पूछताछ की। फर्जी पाए जाने पर ने पुलिस के एफआईआर दर्ज कर ली है।
मामला मंगलवार दोपहर बाद का है। गांव नगला केहर में चार लोग विद्युत कर्मी बनकर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि वह बिजली की चेकिंग करेंगे और स्मार्ट मीटर भी लगवाएंगे। इसके लिए उन्हें धनराशि देनी होगी। आंशिक राशि में काफी कुछ फायदा होगा। बिजली का बिल भी काम आएगा। मीटर में पहले से ही इस तरह की व्यवस्था बना दी जाएगी कि कितनी भी बिजली की खपत कर लो और बिल कम रहेगा।
इन जालसाजों ने ग्रामीणों को बताया कि वह विद्युत निगम से अधिकृत सर्वेयर हैं और सर्वे करेंगे। कई ग्रामीणों से धनराशि मांगी। कुछ ग्रामीण तो झांसे में फंसने ही वाले थे, लेकिन कुछ ग्रामीणों ने इन विद्युत कर्मियों को संदिग्ध माना। उन्होंने सूचना पुलिस और विद्युत निगम के अधिकारियों को दे दी। इस पर संबंधित क्षेत्र के अवर अभियंता घमंडी सिंह, उपखंड अधिकारी कृष्ण गोपाल अन्य विद्युत कर्मचारियों के साथ मौके पर पहुंच गए और विद्युत निगम के नाम पर सर्वे करने पहुंचे इन जालसाजों से पूछताछ की तो यह सभी घबरा गए। संबंधित ठेकेदार का नंबर मांगा गया। यह नंबर भी गलत था, जो संपर्क से बाहर था।
इस पर से जालसाजों से पूछताछ की गई। पुलिस को भी मौके पर बुला लिया गया। पुलिस ने भी पूछताछ की। हिरासत में लिए गए संदिग्धों ने अपना नाम अलीगढ़ के गांव रसपानी निवासी दिनेश, कासगंज क्षेत्र के गांव ढोलना निवासी राजीव, मनीष और नागला खंगार निवासी अजय बताया। इन चारों को पूछताछ के बाद पुलिस हिरासत में दे दिया गया। जहां पुलिस भी उनसे पूछताछ कर रही है। उनके कब्जे से कुछ कागजात मिले हैं। विद्युत निगम के अधिकारियों ने तत्काल कार्रवाई की। अवर अभियंता विद्युत ने जालसाजों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई है।