कासगंज, संवादपत्र । जहां एक और गर्मी से विद्यार्थियों का हाल-बेहाल है। वहीं दूसरी तरफ कार्यदायी संस्था की ओर से अर्धशासकीय माध्यमिक विद्यालय में वितरित किए गए भोजन का सेवन करने के बाद 56 विद्यार्थियों की हालत बिगड़ गई, जिनमें से 26 बच्चों को जिला अस्पताल और कुछ को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जबकि 30 को स्कूल में उपचार देकर घर भेज दिया गया। फूड प्वाइजनिंग की इस घटना के बाद विद्यालय प्रशासन, जिला प्रशासन और अभिभावकों में खलबली मच गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम विद्यालय पहुंची। इधर ,कार्य दाई संस्था के विरुद्ध विद्यार्थियों और अभिभावकों में आक्रोश दिखाई दिया। खाद्य विभाग की टीम ने मध्यान्ह भोजन के नमूने संकलित किए हैं। डीएम में भी सख्ती दिखाई है। बीएसए ने बेसिक शिक्षा विभाग के अधीन अधिकृत कार्य संस्था को नोटिस जारी कर दिया है।
सुबह 9:30 बजे मध्यान्ह भोजन का वितरण शुरू हुआ। कार्यदायी संस्था अशर्फी देवी सेवा समिति की ओर से भोजन वितरण कराया गया। भोजन करते ही कुछ बच्चों की हालत बिगड़ गई। जबकि कुछ बच्चों ने देखा कि भोजन में कीड़े हैं। दाल में कीड़े उतरा रहे हैं। यह देखकर बच्चों ने भोजन हटा दिया। देखते ही देखते बच्चों की हालत बिगड़ गई। एक के बाद एक विद्यार्थी फूड प्वाइजनिंग का शिकार होता गया। लगभग आधे घंटे के अंतराल में 56 विद्यार्थी पेट दर्द और उल्टी के शिकार हो गए। जानकारी होते ही विद्यालय प्रशासन में खलबली मची। तत्काल उच्चाधिकारियों को सूचना दी।
अधिकारियों ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को मौके पर भेजा। टीम ने अपनी जांच में पाया कि 56 विद्यार्थियों की हालत बिगड़ी हुई है। फिर चिकित्सकों की टीम ने बच्चों को दवा वितरित की। कुछ समय बाद 30 विद्यार्थियों की सेहत में सुधार हुआ, जबकि 26 विद्यार्थियों की हालत बिगड़ी रही। उन्हें एंबुलेंस के माध्यम से तत्काल जिला अस्पताल भेजा गया। जहां उन्हें भर्ती कराया गया यहां उपचार दिया गया और दोपहर बाद सभी की हालत में सुधार होने के बाद उन्हें घर भेज दिया गया। इस घटना को लेकर जिला प्रशासन और बेसिक शिक्षा विभाग के अलावा माध्यमिक शिक्षा विभाग व पुलिस प्रशासन में भी खलबली रही। विद्यार्थियों के अभिभावकों में खासा आक्रोश देखा गया। डीएम मेधा रूपम ने भी पल-पल जानकारी ली और उन्होंने तत्काल खाद्य विभाग की टीम को निर्देश दिए कि नमूने लेकर जांच के लिए भेजे जाएं। खाद्य विभाग की टीम में नमूने संकलित किए हैं।
डीएम मेधा रूपम का कहना है कि सुमंत कुमार माहेश्वरी इंटर कॉलेज में मध्यान भोजन का सेवन करने के बाद 56 विद्यार्थियों की हालत बिगड़ने की शिकायत मिली। तत्काल स्वास्थ्य विभाग की टीम को मौके पर भेजा गया। 26 विद्यार्थियों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां से सभी को उपचार के बाद सही हालत में घर भेज दिया गया है। संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी गई है। खाद्य विभाग को मध्यान भोजन के नमूने लेने के निर्देश दिए गए हैं।