कासगंज,संवादपत्र । सपा सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत जिले के बारह पत्थर मैदान स्थित पंचायत उद्योग कार्यालय में सेनेटरी नैपकिन उद्योग संचालित था। डीपीआरओ ने उद्योग बंद कराकर अवैध तरीके से अपना आवास बना लिया है। आवास बनाने के लिए किसी भी उच्चधिकारी से स्वीकृति भी नहीं ली है। जिसके चलते लाखों रुपये की खरीदी गई मशीनें एक कमरे में धूल फांक रही हैं। जबकि जिला इस योजना से पूरी तरह से वंचित हैं। इस योजना के तहत गरीब महिलाओं, किशोरियों, छात्राओं व महिला बंदियों को सस्ती दरों पर सुरक्षा के लिए सेनेटरी नैपकिन उपलब्ध कराया जाना था, जो कुछ दिन चलने के बाद ही बंद कर दिया गया। जबकि इसे संचालित करने के लिए शासन ने 12 लाख की सहायता राशि पंचायत उद्योग को भेजी है। यह धनराशि खाते में पड़ी है, इसका कोई उपयोग नहीं किया गया है और न ही शासन को वापस की गई है।
जिला पंचायत राज अधिकारी को एक ओर कारनामा सामने आया है। बारह पत्थर के निकट संचालित पंचायत उद्योग कार्यालय को बंद कर दिया गया है। सरकार द्वारा स्वप्न दर्शी योजना के तहत 30 लाख रुपये की कीमत की मशीनें खरीदी गईं थी। दो साल तक मशीनों से सेनेटरी नैपकिन का उत्पादन किया गया। जिससे महिलाओं को रोजगार मिला था। स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, जिला जेल कारागार में महिला बंदियों के लिए नैपकिन की सप्लाई की जाती थी। लेकिन डीपीआरओ देवेंद्र सिंह के आने के बाद से यह योजना पूरी तरह से बंद है। मशीनों को एक कमरे में बंद कर दिया है। डीपीआरओ आवास बना कर रह रहे हैं। जबकि अन्य जनपदों में स्वप्न दर्शी योजना संचालित हो रही है। नैपकिन का उत्पादन किया जा रहा है। वहां की महिलाओं को सेनेटरी नैपकिन सस्ती दरों पर उपलब्ध कराई जा रही है। डीपीआरओ की लापरवाही की भेंट चढ़ी योजना से महिलाएं महंगी सेनेटरी नेपकिन खरीदने को मजबूर हैं।
डीपीआरओ कटिया डाल कर कर रहे हैं विद्युत चोरी
पंचायत उद्योग कार्यालय का बिजली बिल लाखों की संख्या में इकठ्ठा हो गया था। बिजली विभाग ने बिल जामा न होने के कारण उसका कनेक्शन काट दिया था। डीपीआरओ देवेंद्र सिंह कटे हुए कनेक्शन के बावजूद कटिया डालकर विद्युत की चोरी कर रहे हैं।
ये मशीने खरीदी गईं थीं
जिन मशीनों को खरीदा गया था सेनेटरी नैपकिन बनाने की हाइड्रोलिक प्रेस मशीन, रुई धुनने की मशीन, वजन मशीन, पैड भरने की मशीन, बैड सीलिंग मशीन, अल्ट्रा वायलेट केबिनेट मशीन मंगाई गई थी, जोकि आज एक कमरे बंद कर धूल फांक रही है।
पंचायत उद्योग कार्यालय में सैनेटरी नैपकिन का उत्पादन बंद हो गया है। उसमें पांच कमरे थे, जिसमें आवास बना लिया है। -देवेन्द्र सिंह, डीपीआरओ।
मामला संज्ञान में आया है कि पंचायत उद्योग कार्यालय में डीपीआरओ ने आवास बना लिया है। सैनेटरी नैपकिन मशीन बंद है। मामले में सीडीओ से जांच पड़ताल करा कर कार्रवाई की जाएगी।