गंजडुंडवारा, संवादपत्र । गंजडुंडवारा क्षेत्र के गांव धर्मपुर में प्राचीन शिव मंदिर में रहने वाली गाय की तबीयत खराब होने से उसकी मृत्यु हो गई। गांव वालों ने अपनी चहेती गाय की शव यात्रा निकालकर कादर गंज गंगा घाट पर दफनाकर अंतिम संस्कार किया गया। गाय पूरे गांव की लाड़ली थी। निर्धारित समय पर घर घर दस्तक देकर रोटी खाती थी।
गांव धर्मपुर में प्राचीन शिव मंदिर है। गांव के निवासी निकेश सिंह ने बताया कि लगभग चार वर्ष पूर्व गाय कहीं से आ गई थी और तीन मंजिला मंदिर में ऊपर चढ़ गई। दो दिन बाद स्वयं नीचे उतर आई, तब से ही गाय मंदिर प्रांगण में रहती थी। गाय नियमित रूप से गांव के घरों पर पहुंची थी, लोग खाने को रोटी दे देते थे। समय के साथ साथ गाय के शांत स्वभाव और नियमित गांव में भ्रमण के कारण ग्रामीणों का लगाव बढ़ता गया। शनिवार को गाय अचानक से बीमार हो गई। ग्रामीणों ने चिकित्सकों से इलाज कराया परंतु रविवार को गाय ने अंतिम सांस ली। गाय की मौत से ग्रामीणों में दुख की लहर दौड़ गई और सजल नेत्रों से गाय को अंतिम विदाई दी। अपनी चहेती गाय की मृत्यु से दुखी ग्रामीणों ने शव यात्रा निकाली। कादरगंज गंगा घाट पर दफना कर गाय को दफ्न कर अंतिम संस्कार किया गया।