गंजडुंडवारा संवादपत्र । गंजडुंडवारा कादरगंज गंगा घाट पर अचानक अपातकालीन सायरन बजा और प्रशासनिक अमला गंगा की तरफ दौड पडा। एसडीआरएफ टीम द्वारा रेस्क्यू किया गया। बाढ मे डूबे व्यक्ति को बाहर निकाला गया और स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा उसे त्वरित उपचार दिया गया, लेकिन यह घटना एक माकड्रिल थी, क्योंकि कादरगंज गंगा घाट पर आपदा से निपटने के लिए शासन के निर्देश पर एसडीआरएफ टीम द्वारा मॉक ड्रिल की जा रही थी। जिसमें एसडीआरएफ के जवानों ने सीडीओ सचिन यादव व एडीएम आर के पटेल की उपस्थिति में गंगा में डूबते हुए व्यक्ति को बचाने का रिहर्सल किया।
आपदा के समय बचाव को कादरगंज गंगा तट पर मॉकड्रिल का आयोजन हुआ।एसडीआरएफ की टीम द्वारा भयाभव बाढ़ आने की स्थिति में डूबने वालों को सकुशल बाहर निकालने, प्राथमिक चिकित्सा मुहैय्या कराने समेत अन्य अभ्यास किए गए। रिर्हसर के दौरान टीम ने गंगा में डूबते युवक को महज दो मिनट में रेस्क्यू कर बाहर निकाल लिया। जिसका स्वास्थ्य टीम ने उपचार कर जान बचाई। इस दौरान एसडीआरएफ लेफ्टिनेंट कर्नल खान द्वारा बाढ़ और पानी में डूबने से बचाव के लिए लोगों को जागरूक किया गया। बाढ़ में डूबे व्यक्ति को बाहर निकाल कर तत्काल प्राथमिक उपचार उपलब्ध कराने, डूबने के कारण बेहोश व्यक्ति के शरीर से मौके पर पानी निकालने की विधि और डूबने के कारण हार्ट अटैक से बचाव के तरीके बताया गया। आपदाओं में रेस्क्यू कर एम्बूलेंस से हॉस्पिटल पहुंचाने का अभ्यास किया गया। मॉकड्रिल में टीम ने घरेलू सामान जैसे पानी के खाली बोतलों, गैलन, थर्मोकॉल से बाढ़ से बचने और उपयोग की जानकारी दी गई। इस दौरान बडी संख्या मे गांव वासी मौजूद रहे।
माकड्रिल के दौरान जिलापूर्ति अधिकारी अरुण कुमार,एसडीएम पटियाली कुलदीप सिंह,नायब तहसीलदार मुकेश कुमार, खण्ड विकास अधिकारी श्रेति गर्ग, अधिशासी अधिकारी सुनील कुमार, पशुचिकित्साधिकारी अनुज कुमार, लेखपाल रंजीत, बृजबिहारी सहित स्वास्थ्य विभाग से डा० भरत, डा० अमन सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
मॉकड्रिल का मुख्य उद्देश्य प्राकृतिक आपदा आने पर विपरीत परिस्थितियों में राहत व बचाव कार्य परखना है, ताकि अनिश्चित समय में आपदा आने पर त्वरित कार्रवाई कर मानव जीवन को बचाया जा सके।इसके लिए रिहर्सल किया गया है।