हरदोई, संवादपत्र । शहर के रिहायशी इलाके में अधिक्ता कनिष्क मेहरोत्रा की हत्या में पूर्व सपा जिलाध्यक्ष का नाम सामने आया है। मानसून सत्र में मुख्यमंत्री ने अधिवक्ता की हत्या में पूर्व जिला अध्यक्ष के होने की बात कही ।साथ ही उन्होंने पूर्व जिला अध्यक्ष पर दर्ज 28 मुकदमों का खुलासा भी किया।
गौरतलब है कि 30 जुलाई की शाम सिनेमा चौराहे के पास फाैजदारी अधिवक्ता कनिष्का मेहरोत्रा की बाइक सवार युवकों ने चैम्बर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड के बाद बार एसोसिएशन समेत प्रदेश भर में अधिवक्ताओं में आक्रोश है। इसकी गूंज विधानसभा के मानसून सत्र में भी सुनाई पड़ी। गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कनिष्क मेहरोत्रा हत्याकांड का ज्रिक करते हुए कहाकि, इस वारदात में सपा के पूर्व जिलाध्याक्ष वीरेंद्र यादव उर्फ वीरेंद्र का नाम आ रहा है । जो शातिर अपराधी है, वीरेंद्र पर दर्ज 28 अपराधिक मामलों को भी सदन में उठाया गया।
हालांकि, मंगलवार को पुलिस ने पूर्व जिलाध्यक्ष वीरेंद्र यादव समेत आधा दर्जन संदिग्धों को हिरासत में लिया है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि इस वारदात में कौन-कौन शामिल है। इस घटना की वजह क्या रही। कनिष्क मेहरोत्रा हत्याकांड को लेकर प्रदेश भर में अधिवक्ताओं में काफी आक्रोश है। अधिवक्ताओं ने कार्य बहिष्कार कर अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट तत्काल लागू किए जाने की मांग की है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राज भी गुरुवार को मृतक के आवास पर पहुंचे, उन्होंने मृतक के परिजनों को दंड बनाया। प्रदेश अध्यक्ष ने इस घटना की निंदा करते हुए जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की उन्होंने कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान भी लगाए।