लखनऊ, संवाद पत्र : एक सरकारी आंकलन के अनुसार बरसात के कारण उत्तर प्रदेश में लगभग 44399 किलोमीटर सड़कें क्षतिग्रस्त हैं। इन सड़कों में जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं। इनको भरने को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबधित विभाग को निर्देश दिए, जिसका असर भी दिखाई देने लगा।
मुख्यमंत्री के आदेश के बाद ही लोक निर्माण विभाग सहित सड़कों के काम से जुड़े 10 विभागों ने काम शुरू कर दिया है। सभी विभाग मिलकर राज्य की सड़कों के गड्ढे को भरेंगे। क्षतिग्रस्त सड़कों को गड्ढामुक्ति के लिए चिन्हित करने लिए चलाए गए अभियान के तहत 20 सितंबर तक उप्र. की कुल 3 लाख 96 हजार 591 किमी लंबी सड़कों में से 44399 किमी. सड़कें ऐसी दिखीं, जिनमें जगह-जगह गड्ढे दिखे।
इन सड़कों को गड्ढामुक्ति अभियान की लिस्ट में शामिल किया गया है। सड़कों को गड्ढामुक्त करने के लिए लोक निर्माण विभाग को नोडल विभाग बनाया गया है। पीडब्ल्यूडी के प्रमुख सचिव अजय चौहान ने गड्ढामुक्ति के लिए सभी विभागों के साथ बैठक कर जरूरी निर्देश दिए हैं। विभागवार कार्ययोजना तैयार करने, बजट की व्यवस्था, मरम्मत कार्य के संबंध में दिशा निर्देश दिए जा चुके हैं।
सबसे अधिक पीडब्ल्यूडी की 39873 किमी. सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं। गड्ढामुक्ति के लिए चिन्हित सड़कों में सबसे अधिक 39873 किमी लंबी पीडब्ल्यूडी की सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं। इसके बाद नगर विकास की 1636 किमी, मंडी की 720 किमी, राष्ट्रीय राजमार्ग की 624 किमी, गन्ना विभाग की 471 किमी, ग्राम्य विकास विभाग की 313 किमी, सिंचाई विभाग की 309 किमी, पंचायती राज विभाग की 301 किमी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास की 131 किमी तथा आवास एवं शहरी नियोजन विभाग की 21 किमी सड़कें क्षतिग्रस्त मिली हैं।