संवाद पत्र । दिल्ली विधानसभा के स्पीकर राम निवास गोयल ने छत्तरपुर से विधायक करतार तंवर की सदस्यता के रद्द कर दिया है. यह कार्रवाई दलबदल कानून के तहत की गई है. राजनीति में दम रखने से पहले करतार सिंह तंवर दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) में एक जूनियर इंजीनियर थे।
दिल्ली विधानसभा के स्पीकर राम निवास गोयल ने छत्तरपुर से विधायक करतार तंवर की सदस्यता के रद्द कर दिया है. यह कार्रवाई दलबदल कानून के तहत की गई है. मंगलवार को दिल्ली विधानसभा सचिवालय ने एक नोटिस जारी करते हुए इसकी जानकारी दी. करतार तंवर दिल्ली के छत्तरपुर से 2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते थे, लेकिन बाद में पाला बदलकर बीजेपी ज्वॉइन कर ली थी. तंवर के साथ दिल्ली के पूर्व मंत्री राज कुमार आनंद ने भी आप छोड़ी थी. उनकी सदस्यता पहले ही रद्द की जा चुकी है. तंवर की सदस्यता को लेकर जारी नोटिस में कहा गया है कि 10 जुलाई से उनकी सदस्यता रद्द की जाती है।
कौन है करतार सिंह तंवर
राजनीति में दम रखने से पहले करतार सिंह तंवर दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) में एक जूनियर इंजीनियर थे. तंवर ने अपनी राजनीति की शुरुवात 2007 से की थी, आप से पहले वह बीजेपी में ही थे. वह दिल्ली नगर निगम के पार्षद भी रह चुके है. दिल्ली सरकार के शिक्षकों के सामूहिक तबादला नीति का विरोध प्रदर्शन के दौरान वह चर्चा में आए थे. 2014 में आम आदमी पार्टी ज्वॉइन की और 2015 के विधानसभा चुनाव में पार्टी के चुनाव चिन्ह पर छत्तरपुर से जीत दर्ज की. उसके बाद 2020 के चुनाव में दोबारा जीत दर्ज की. इस साल जुलाई में वह आप छोड़ कर बीजेपी में वापसी की।
करोड़ो के संपत्ति के मालिक
चुनाव आयोग को सौंपे गए हलफनामे के अनुसार, तंवर ने अपनी कुल संपत्ति 17.64 करोड़ रुपए घोषित की है. इसमें 7.69 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति और 9.95 करोड़ रुपए की चल संपत्ति शामिल है. लेकिन जब आयकर विभाग ने 2016 में उनके आवास पर छापा मारा था , तब यह खुलासा हुआ था कि उनके पास 130 करोड़ की बेनामी संपत्ति है. आयकर विभाग के 100 से ज्यादा अधिकारियों ने तंवर की दर्जनों जगहों पर छापा मारा था. इनकम टैक्स की छापामारी में उनके पास 20 कंपनियों का भी पता लगा था. छापेमारी में उनके घर से करोड़ो के ज्वेलरी और कैश भी बरामद हुए थे।