अयोध्या, संवाद पत्र। कैंटोनमेंट बोर्ड पर समाजवादी पार्टी के नेता व पूर्व राज्य मंत्री पवन पांडेय ने टेंडर में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि कैंटोनमेंट बोर्ड में 15 करोड़ से ज्यादा का घपला टेंडर के नाम पर किया गया है। पूर्व मंत्री ने बताया कि जिस कोड से टेंडर निकाला गया उसी कोड से टेंडर डाला गया उन्होंने कहा कि टेंडर निकालने वाला भी वही, टेंडर डालने वाला भी वही। उन्होंने कहा कि यह भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा प्रमाण है।
उन्होंने आरोप लगाया है कि भ्रष्टाचार के टेंडर में अनुभव प्रमाण पत्र फर्जी, डीएम कार्यालय का प्रमाण पत्र फर्जी, फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर ठेकेदार और कैंटोनमेंट बोर्ड के अधिकारियों की मिली भगत से करोड़ों रुपए की कमीशन बाजी का खेल हुआ है। सपा नेता ने रक्षा मंत्रालय से जांच की मांग करते हुए कहा कि जो भी दोषी हो उनको बर्खास्त किया जाए।
उन्होंने कहा कि यह देश के साथ छलावा है और अपमान है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि छावनी परिषद में बिना नोटिस दिए सौ से अधिक सफाई कर्मियों को निकाल दिया गया है। उन परिवारों की रोजी-रोटी छीन ली गई है। सपा नेता ने कहा कि ठेकेदार और छावनी परिषद के अधिकारियों ने मिल कर मोटे कमीशन के फेर में वर्षों से काम करते आ रहे सफाई कर्मियों की छंटनी कर दी है जो भ्रष्टाचार का जीता जागता नमूना है।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जान हथेली पर रख कर यह लोग काम कर रहे थे अब मतलब निकल गया तो हटा दिया गया है। सपा नेता ने कहा कि छावनी परिषद में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार चल रहा है। अधिशासी अधिकारी, लेखाकार और ठेकेदार मिल कर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार कर रहे हैं। इस दौरान महानगर अध्यक्ष श्याम कृष्ण श्रीवास्तव, महासचिव हामिद जाफर मीसम समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।