सोहावल/अयोध्या, संवादपत्र । इसे बेबसी कहें या सरकार का कुप्रबंधन एक आधार बनवाने के लिए माता-पिता रोज अपने बच्चों को लेकर पोस्ट ऑफिस के सामने ईंट रखकर बनाए गए गोले में रात भर बैठे रहते हैं ताकि सुबह 8 बजे नामांकन फॉर्म पा सके। जिसे बांटने के लिए डाक कर्मी पोस्ट ऑफिस खुलने से एक घंटा पहले आता है और सिर्फ 30 उन्हीं लोगों को फार्म देता है जो गोले में मौजूद होते हैं।
राशन कार्ड में नाम जुड़वाने के साथ स्कूल में एडमिशन आदि के लिए जिन नौनिहालों के पास आधार कार्ड नहीं है या इनमें संशोधन की आवश्यकता है इनकी इस समय भीड़ बढ़ गई है। कुछ बैंक की शाखा सहित आधार का नामांकन केवल सोहावल डाक घर के एक पटल से हो रहा है। एक दिन में केवल 30 नामांकन की व्यवस्था बनाई गई है। जबकि रोज लाइन लगाने वालो की संख्या 100 से ज्यादा होती है। इसलिए अभिभावक बच्चों के साथ रात 10 बजे से ही पोस्ट ऑफिस के पास आकर सुबह के लिए लाइन लगा कर बैठ जाते हैं ताकि आधार के लिए सुबह नामांकन फार्म हासिल कर सकें।
शुक्रवार की रात 10 बजे ऐसे बच्चों को देख सभासद आशीष श्रीवास्तव ने एक वीडियो वायरल कर समस्या उठाई। रात 10 बजे से दो बच्चों संग बैठी तारादेवी निवासी खमहरिया, मायावती निवासी ताजपुर कोडरा, मिश्रौली के बिमल कुमार ने शनिवार को बताया दोपहर 12 बजे तीन बच्चों का नामांकन हो पाया है। बाकी के लोग अभी लाइन लगाए बैठे हैं, कुल 30 टोकन दिया गया है।
दिन भर में 30 से ज्यादा नामांकन सर्वर से हो ही नहीं पाता। इसलिए ईंटो से 30 गोले बनाए गए है। जिनमें मिलने वालों को ही टोकन मिलता है। प्रशासन को कुछ और केंद्र बनवाने चाहिए तभी समस्या का समाधान होगा