रहरा (अमरोहा)संवादपत्र । अखिल भारतीय गोरक्षा परिषद का जिलाध्यक्ष बातकर एक व्यक्ति ने कई विभागों में सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर लोगों से 33 लाख रुपये ठग लिए। लोगों का आरोप है कि उसने 22 व्यक्तियों को फर्जी नियुक्ति पत्र भी थमा दिए। पीड़ित युवक ने आरोपी पर कार्रवाई की मांग की है। आदमपुर थाना क्षेत्र के गांव बागडपुर मुंजपता निवासी सरजीत कुमार कार चलाता था। गांव फरोटा निवासी बबलू भी उसके साथ रहता था।
इस बीच मार्च 2022 को उनकी मुलाकात गांव बीजलपुर निवासी एक व्यक्ति से हुई। इसने खुद को अमरोहा जिले का अखिल भारतीय गोरक्षा परिषद का जिलाध्यक्ष बताया। आरोप है कि आरोपी व्यक्ति सरजीत की कार बुक करके नोएडा किसी मंत्री से मुलाकात करने गया। उसने बबलू से कहा कि यह काम छोड़कर आप मेरे साथ आ जाओ, आपको कोई पद दिला दूंगा।
इस पर उसने सरजीत से अखिल भारतीय गोरक्षा परिषद में जिला मंत्री बनने के नाम पर 10 हजार रुपये ले लिए और उसे जिला मंत्री का पहचान पत्र, नियुक्ति पत्र थमा दिया। कुछ समय बाद उसने सरजीत की मुलाकात बरेली में एक व्यक्ति से उसके कार्यालय में कराई। इसने स्वयं को अखिल भारतीय गोरक्षा परिषद का राष्ट्रीय अध्यक्ष बताया।
कथित राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सरजीत से जनपद की कमेटी गठित करने की बात कही। बाद में उसने लखनऊ में भाजपा के एक नेता से सरजीत की मुलाकात कराई। उसे दो लोगों से मिलवाया। उन्हें गोरक्षा परिषद का प्रदेश प्रभारी बताया। बाद में कथित राष्ट्रीय अध्यक्ष ने उससे 50 हजार रुपये लेकर उसे प्रदेश महामंत्री का नियुक्ति पत्र जारी कर दिया। फिर उससे राज्य मंत्री बनवाने के नाम पर 50 हजार रुपये लिए।
इसके बाद सरजीत ने नई स्कॉर्पियो निकाली और उस पर हूटर लगाकर क्षेत्र में अपना रोव दिखाने लगा। इस बीच बागडपुर का व्यक्ति रास्ते से अलग हट गया और सरजीत उन कथित नेताओं के संपर्क में आ गया। आरोप है कि कथित नेताओं ने सरजीत से सैकड़ों लोगों से सिंचाई विभाग, रेलवे ग्रुप डी, अयोध्या कैंट, विद्युत निगम, आवास दिलाने के नाम पर 33 लाख रुपये ऐंठ लिए। सैदनगली क्षेत्र के गांव ज्ञानपुर सिसौना निवासी अंकित से सिंचाई विभाग में नौकरी के नाम पर दो लाख रुपये लिए। कुछ रुपये एक व्यक्ति के खाते में और कुछ बृजघाट जाकर सरजीत से नकद लिए थे।
सरजीत ने बताया कि कई बार वह ट्रेनिंग के नाम पर क्षेत्र के लोगों को बरेली भी लेकर गया। जहां उनकी फाइलें भी पूरी कराई थीं। कथित नेताओं ने गांव फूलपुर निवासी सरजीत के एक रिश्तेदार से जमीन पर कब्जा करने के लिए भी रकम ली। छह महीने पहले सरजीत बरेली उनसे अपने रुपये मांगने गया तो उन्होंने फर्जी मुकदमे में जेल भिजवाने की धमकी दी। सरजीत ने बताया कि अभी उसने संबंधित मामले की कहीं शिकायत नहीं की है।